Skip to main content
Date
जनक दवे
गुजरात विधानसभा के चुनावों में इस बार जातिवाद हर बार से ज्यादा ही हावी रहेगा. जातिवाद का इतना असर कभी किसी चुनाव में नहीं दिखा होगा, जितना इस बार ये गुजरात में नजर आएगा.
ये निष्कर्ष निकाला है एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म ने. उसका आधार है एक सर्वे. जिसमें कहा गया है कि इस बार जनता जातिवाद के सहारे ही वोटिंग करेगी.
gujarat assembly elections 2017, election survey
सर्वे का मानना है कि गुजरात चुनावों सेे पहले कहीं ज्यादा जातियों में बंटा लग रहा है

जातियों में बंटा गुजरात
सर्वे में कहा गया है कि 80 फीसदी जनता इसी तरह वोट देती है. तक़रीबन दो लाख सत्तर हजार लोगों के सर्वे के बाद एडीआर का कहना है कि इसके लिए जिम्मेवार राजनीतिक दल ही हैं. सर्वे में पाया गया कि लंबे समय बाद गुजरात में चुनाव जातियों में बंटा दिख रहा है..कहीं पाटीदार,कहीं ठाकुर और कहीं आदिवासी. एडीआर के प्रमुख अनिल वर्मा कहते हैं कि पार्टियों से ऊपर जातियां हावी लग रही हैं.

Gujarat assembly poll 2017, गुजरात चुनाव 2017, rajasthan, राजस्थान, electoral politics in rajasthan, राजस्थान चुनावी समीकरण, bjp, बीजेपी, congress, कांग्रेस, caste base calculation, Ahmed Patel, अहमद पटेल, Amit Shah, अमित शाह, Ashok Gehlot, अशोक गहलोत, Bhupendra Yadav, भूपेंद्र यादव
दिलचस्प आंकड़े
हालांकि एडीआर के मुताबिक कुछ और भी आंकड़े दिलचस्प हैं.
- 19 फीसदी विधायको ने इनकम टेक्स रिटर्न की जानकारी ही नहीं दी…
- 05 फीसदी विधायको के पास कार्ड नहीं है.
- 21 विधायको पर गंभीर तरह के अपराध दर्ज हैं
- कुल 49 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें भाजपा के 30 और कांग्रेस के 15 विधायक हैं.
ये भी है हैरानी 
सर्वे में हैरानी की ये बात भी सामने आई है कि 80 फीसदी जनता आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं को वोट देती है


abc