हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को 14वीं विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में 55 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 14वीं विधानसभा के गठन से पहले एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) हिमाचल इलेक्शन वाच ने 13वीं विधानसभा के मंत्रियों व विधायकों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया। एडीआर ने रिपोर्ट कार्ड में जहां विधायकों व मंत्रियों पर दर्ज आपराधिक मामलों का जिक्र किया है वहीं उनकी संपत्ति व शैक्षणिक योग्यता का भी खुलासा किया। एडीआर ने मतदाताओं से सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई और रोजगार बुनियादी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए मतदान करने की अपील की है। हिमाचल इलेक्शन वाच के समन्वयक डॉ. ओम प्रकाश भूरेटा ने शिमला में पत्रकार वार्ता में 13वीं विधानसभा के विधायकों के रिपोर्ट कार्ड को प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रदेश के 68 में से 19 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें सरकार के पांच मंत्री भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले मंत्रियों में राकेश पठानिया, महेंद्र सिंह ठाकुर, गोविंद सिंह ठाकुर, बिक्रम सिंह और सुखराम चौधरी के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों द्वारा 2017 के चुनाव के दौरान यह जानकारी दी गई है। भूरेटा ने कहा कि भाजपा सरकार के पांच मंत्रियों के अतिरिक्त भाजपा विधायक बलवीर सिंह चौधरी, होशियार सिंह, सुभाष ठाकुर, राकेश जम्वाल, अनिल शर्मा, विनोद कुमार, जिया लाल, विक्रम सिंह जरयाल, सुरेंद्र शौरी, हंसराज, रमेश चंद धवाला, डा. राजीव बिंदल के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक आशा कुमारी, संजय अवस्थी पर भी आपराधिक मामला है।
बलबीर सबसे अमीर विधायक
13वीं विधानसभा के विधायकों में भाजपा के बलबीर सिंह वर्मा 90.73 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। दूसरा स्थान कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के पास 84.32 करोड़ की संपत्ति के साथ और तीसरे स्थान पर भाजपा विधायक अनिल शर्मा के पास 40.24 करोड़ की संपत्ति के साथ है। करोड़पति विधायकों की संख्या 50 है और इन विधायकों की औसत संपत्ति 8.45 करोड़ है। भूरेटा ने कहा कि भाजपा के मुल्ख राज 5.32 लाख, रीना कश्यप 27.92 लाख व कमलेश कुमारी 29 .19 लाख की संपत्ति की मालिक हैं। बेशक भाजपा विधायक बलबीर सिंह वर्मा सबसे अधिक धनवान हों, मगर उन पर देनदारियां भी सबसे अधिक हैं। वर्मा पर 26.73 करोड़ की देनदारी है। कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह 5.53 करोड़ और सतपाल सिंह रायजादा की 5.29 करोड़ की देनदारी है।